खबरों की खबर - 9 खर्च हर दिन बढ़ रहा, कमाई दिन दिन घट रही, राजनीति को आम आदमी, की परवाह ही नहीं ! बजट बिगड़ रहा सबका, दीन हो या मध्यम वर्ग, हदपार हुई तो लगता? अपराध की राह ही सही !! पत्रकारिता का सहारा, जनहित ज्योत जगाता था, राजनीति की त्रुटियों को, खूब खोज के लाता था ! अब राजनीति से गठजोड़ कर,बाजारू हो गये हैं ये, न्यायपालिका में भी सहज, न्याय ना मिल पाता है !! महामारी की मुसीबत, जनजीवन पर भारी है, इलाज आम बूते बाहर, घोर कालाबाजारी है ! शिक्षा में शिक्षण माफिया खूब फूल फल रहा, जनहित की सोच नहीं, जन में अब लाचारी है !! हे राम... - आवेश हिन्दुस्तानी 1.7. 2021 ©Ashok Mangal #KhabronKiKhabar #AaveshVaani #Education #inflation #unemployment