गाँव गुवाड़ी सहर कबिला, लोग लुगायाँ भाई भतीजा सबसे म्हारो योई कहणु है, ईं महामारी रो डटकर मुकाबलो करबा खातर आंपा नै एठो रहणु है। मूरखाँ री मूरखता रो परिणाम सारे देश भुगत रहयो सगलाँ सुणल्यो म्हारी हाथ जोड़ इत्ती सी बिनती घराँ म रहयो,घराँ म रहयो,सगलाँ बस घराँ कै मायनै रहयो। गाँव गुवाड़ी सहर कबिला, लोग लुगायाँ भाई भतीजा सबसे म्हारो योई कहणु है, ईं महामारी रो डटकर मुकाबलो करबा खातर आंपा नै एठो रहणु है। मूरखाँ री मूरखता रो परिणाम सारे देश भुगत रहयो सगलाँ सुणल्यो म्हारी हाथ जोड़ इत्ती सी बिनती घराँ म रहयो,घराँ म रहयो,सगलाँ बस घराँ कै मायनै रहयो।