शिवसेना इन दिनों दो धारी तलवार पर चल रही है वह कांग्रेस और राम का के साथ अपनी महा विकास आघाडी सरकार का कार्यकाल भी पूरा करना चाहती है साथ ही उसे अगले चुनाव में अपने प्रतिबंध के डर को बचाए रखने की चिंता भी सता रही है यह के डीलर शिवसेना से हिंदू तत्व की अभाव भूमि पर ही जुड़ा था इसलिए गाय पर गाय शिवसेना अध्यक्ष और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अपने कार्यकर्ताओं को याद दिलाने की कोशिश करते रहते हैं कि वह आज भी हिंदू तत्व से दूर नहीं गए इस बारे में हिंदू सम्राट के नाम से विख्यात रहे अपने पिता शिवसेना संस्थापक उग्रवादी साहब ठाकरे 1946 सीजन 3 शिव सैनिकों को संबोधित करते हुए ठाकरे ने खुद को असली हिंदुत्व और भारतीय जनता पार्टी को भी नव हिंदू तत्व सीधे करने के लिए कई बातें कहीं डाली मसलन शिवसेना ने भाजपा के साथ गठबंधन किया था क्योंकि वह हिंदुत्व की सत्ता चाहती है शिवसेना ने सभी सत्ता के लिए हिंदुत्व नहीं किया शिवसेना ने हिंदुत्व को नहीं भाजपा को छोड़ा है भाजपा का आशीर्वाद होता तो सिर्फ सत्ता के लिए है दुर्भाग्य देखिए कि उद्धव ठाकरे जब राहुल गांधी से हिंदुत्व की व्याख्या करने की कोशिश कर रहे थे उस दौरान उनके राज्यों की राजधानी मुंबई में एक कोने में स्पोर्ट्स कंपलेक्स का नामकरण मसूरी और पूर्व शासक टीपू सुल्तान के नाम पर किए जाने का बोर्ड लगाया जा रहा था यह स्पोर्ट्स कंपलेक्स उन्हीं के मंत्रिमंडल में कांग्रेस के कोटे से मंत्री बने असलम शेख ने अपने विधानसभा क्षेत्र में बनवाया है ©Ek villain #स्वयं को हिंदुत्ववादी सिद्ध करने की होड़ #Travel