चल किसी की हसी में अपने ठहाके ढूंढते है., चल किसी के मोहब्बत में अपनी चाहत ढूंढते है., चल फिर उस गली में एक नई शरारत ढूंढते है., चल एक बार फिर वो बचपन वाली मुस्कुराहट ढूंढते है ! बचपन वाली मुस्कुराहट ढूंढते हैं!