वह पूजनीय देवों के वो रामेश्वर है, वह गणों के रखवाले वह नागेश्वर है। वह दुःखनाशी वह जग पालनहारी, वह अर्धांग गौरा का वह पिनाकधारी। सौम्य सुकोमल और नटराज है, वही भूत वही भविष्य और वही आज है। लय प्रलय सभी में है भीमशंकर, त्रिशूल,डमरू ईवान्यन के अलंकार। युग युगांतर से विद्यमान अनश्वर है, वह सोमनाथ मल्लिकार्जुन त्र्यंबकेश्वर है। नमन-नमन हो धन्य जीव जो सर पर तेरा हाथ है , रूद्र,सोम,उमापति नमन केदारनाथ है। Special mention to this song 👇 रूद्र शिव पुरन्दरा भद्र नट युगन्धरा नमन नमन ओ गौरीनाथ शर्व अज केदारनाथ