जल रहा है तू अगर तो काम है जलना तिरा, तू निकल आया कहीं से है कहीं ढलना तिरा, तू अगर मद्धम लगे तो ये समझ शुरुआत है, लय पकड़ जाए अगर तो फिर समझ ले अन्तरा, रौशनी तेरे विखण्डन से यहाँ आती मग़र, थक गया होगा अगर आराम कर लेना ज़रा, एक तेरी आस में दिन रात मैं जलती रहूँ, चाहना तुझको ज़रा ये जुर्म ही है ना मिरा, सूरज #yqdidi #yqbaba #yqhindi #yqshayari #yqghazal