फूलों सी फूलों सी कहकर कुचला था, अब काटें बन सामने आयेगी, कमज़ोर नहीं है नारी है, फूलों का रंग दिखाएगी, यूँ तो महकाना काम है वो, काटों में जगह बनाएगी, कमज़ोर नहीं है नारी है, फूलों से सबक सिखायेगी, हां है फूलो सी कोमल वो, अब काटें बन सामने आएगी, फौलाद बने इन फूलों से काटों को सबक सिखायेगी, उसकी कोमलता के भ्रम में, तुम कांटे जब बिखराओगे, फूल है पर कमज़ोर नहीं, यही सबक सीखके जाओगे, यही सबक सीखके जाओगे!! ©deepshi bhadauria #fulonsi #Nojoto #nojoto2021 #nojotohindi #Content #dilkibaat