बचपन से इतना बड़ा किया जिन्होंने शुक्रिया कैसे करूँ उन्हें लफ़्ज कोई ऐसा है ही नहीं ज़हन में दो शब्द भी लिखूँ उनके लिए अभी इस लायक नहीं हूँ #Happy_fathers_day_papa #nojoto #poetry