उन कहावतों और कहानियों के पिटारों पर सदा के लिए ताला लगा दिया, उन अचारों और मुरब्बों के बर्नियों को सदा के लिए किसी ने चुरा लिया। मेरे एक छोटे-से घाव को देखकर जो "माई" अश्रुओं की नदिया बहाती थीं। न चाहते हुए भी वक़्त ने "हृदय" करों से उनका आँचल ही छुड़ा दिया। -Rekha $harma पुण्यतिथि- माई (दादी) 31/1/2018 🌸🙏🙏🙏🌸 ©Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" #Hosh_khona #मंजुलाहृदय #माई #दादी #Rekhasharma