कौन रखता बात अपनी जो मईशत पे आ बनती है। साहिबा मोहब्बत के साथी हम दिल पे आ ठनती है। बेशक़ बदल रहा हो वक़्त के साथ मिज़ाज़ आशिक़ी! दीवानों के दिल में तो आज भी तिश्नगी आ जमती है। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ आज का शब्द है "मईशत" "ma.iishat" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है जीविका, जीवन, जीवन का सहारा एवं अंग्रेजी में अर्थ होता है subsistence, livelihood, living. अब तक आप अपनी रचनाओं में जीविका शब्द का प्रयोग करते आए हैं। उसकी जगह आप इस उर्दू शब्द मुईशत का प्रयोग कर सकते हैं। ♥️ उदाहरण :- तेरे बंदों की मईशत का अजब हाल हुआ ऐश कैसा कि गुज़ारा भी नहीं हो सकता