जब आप दुनिया को अच्छे से देख और समझ चुकने लायक एक्सपीरियंस बटोर चुके होते हैं, तो आप समझदारी के उस चरम पड़ाव पर होते हैं जहाँ लोगों के ख़ूबसूरत चेहरे, आकर्षक देह, जेब के वज़न और शोहरत से प्रभावित नहीं होते.. बल्कि भावनाओं की सत्यता, इंसानियत और एक साफ़ दिल ही मायने रखता है प्रभावित होने को. ♥️ ✍️शाह नवाज़ खान शानू