मत देख कोई आदमी गुनाहगार कितना है, देख वो तेरे साथ वफादार कितना है। मत देख कि उसे किसी से कितनी नफ़रत है, देख कि उसे तुमसे प्यार कितना है। ग़र सीख ले तू हंसना और हंसाना बज़्म में, फिर देख हर एक शाम ख़ुशगवार कितना है। भूल जा ये रंजिशें, शिकवे-गिले तमाम, फिर देख ज़माने को तुमसे प्यार कितना है। प्रेम भी क्या चीज़ है इसके बिना ऐ दोस्त, ज़रा देख कि ये ज़िन्दगी दुश्वार कितना है। कमी है ज़माने में चंद नेक-दिलों की, मगर देख यहाँ दिले-दाग़दार कितना है। ख़ुद को बना इस लायक़ की कहें ये लोग भी, ज़रा देख कि ये बंदा समझदार कितना है। #yqbaba #yqdidi #yqhindi #zindagi #प्यार #pravesh_kanha #ज़माना #दिल