ये हाल मेरी बस जमाने के लिए है हर हार में जिन्दा हूँ ये दिखाने के लिये भीगी पलकें और आँखो में नमी जो है सोहबत के लम्हें जो जिन्दा है जहां में वो बेवजह ही खालिश बढ़ाने के लिए है महताब जो हसता है चांदनी साथ लिये स्याह रातो में रोशनी सताने के लिये है #LookingDeep #Lo ##love #Love #Shad #thaught