आओ हम बिछड़ जाए जैसे फुल बहारों मे जैसे सूरज धलता है साग़र के किनारों मे। तुम अपने लब सिल देना मैं भी कुछ खामोश रहू दफ्न हो अपना ये रिश्ता जैसे राज़दारों मे । इस तरह तो शायद में दूर तक न चल पाएँ ऐसा करते हैं अब आओ हम बिछड़ जाएँ #बिछड़जाएँ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi