खो दिया अपनी जिन्दगी में मैंने सब कुछ अब हारने को मेरे पास कुछ भी ना बचा... मर भी गया तो अब कोई फर्क नहीं मुझे इस जिन्दगी ने मुझे जीते जी मार दिया... भरोसा भी हारा और हारा मेरा गुरूर भी टूटा मैं इस कदर की आवाज तक ना किया.. मुझे ये नहीं पता की मेरा कल कैसा होगा जैसा भी हो लेकिन मैंने खुद को खो दिया.. ©Dev kushwaha जिंदगी - एक कहानी