विश्वास लोग अक्सर कहते है कि इमारतें वही खड़ी हो सकतीं हैं जिनकी नींव मजबूत हो पर मेरे पास इमारत और नींव दोनों ही मजबूत थी भूकंप के एक झटके में इमारत और नींव दोनों ढह गए उस दिन समझ आया इमारत और नींव बनाई तो इंसान ने ही थी तो जब इंसान टूट सकता है, इमारत टूट सकती है फिर विश्वाश क्यों नहीं???? तुलनात्मक अध्ययन इमारत तोड़ कर एक नई इमारत का निर्माण किया जा सकता है पर विश्वास एक बार टूट जाए तो दोबारा नहीं किया जा सकता।। स्नेहा यादव ©Sneha Yadav १२२५ #Walk