कर्म ही सर्वोपरि हैं इंसान का जन्म बार बार नहीं होता क्यों ना हम इंसानियत का फर्ज निभाए जिससे औरो को और खुद हम को खुशी मिले एक बार कुछ अच्छा करके देखो मन को कितनी शांति मिलती है सभी दोस्तों को Neeraj Mishra poem creator mks( subscribe kare YouTube per) Dr.Nadeem khan Mr Saurabh Singh Yogesh Pathak