"तुम" जुड़े हो तुम मुझसे कुछ इस तरह से प्रेम निर्मित एहसास के धागों से कि बरसते हो तुम बारिश की बूँदों-से महकती हूँ मैं सौंधी मिट्टी-सी खिलते हो तुम पुष्प-से सुवासित होती मैं सुगंध-सी गूँजते तुम मधुर-बोलों से स्पंदित होती मैं संगीत-सी बेरंग-से मन में मेरे रंग भरते बस तुम ही नयन खोलती अपने मैं प्रतिबिंबित होते तुम ही वाणी जपती नाम तुम्हारा अन्यथा मूक वो रहती कुछ यूँ जुड़ा मन तुमसे दूर होकर भी तुम मन में सदैव प्रकट ही रहते..! 🌹 नेहाM'निर्झरा' ©️®️ तुम्हारा एहसास🌹🌹🌹 #yqhindi #yqfeelings_emotions #yqlovepoetry