ऐसे बरस तू जैसे,मुझ पर बरसाय नेह मोरे साँवरे अँखियाँ तरस गईं बूँदन को कब जागेंगे भाग हमारे ओ बदरा प्यारे। बादल के नाम एक कविता लिखें। #ओबदरा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi