Unsplash पल्लव की डायरी ठहरती नही विद्या विद्यार्थियों में अम्बार कोर्स का लगा रखा है नॉकरी के भरोसे कम्पटीशन फैला रखा है सत्ताओ के गलियारों से मसलती जवानी शिक्षा को व्यापार बना रखा है हुनर कैसे पैदा हो प्रेक्टीकल पर दाँव सियासतों ने लगा रखा है डॉक्टर इंजीनियर वकील कलेक्टरो को सिर्फ शोभा सरकार की बना रखा है इनके काम करने पर रोड़ा बनकर लूट का फंडा बना रखा है नैतिकता के मापदंडों को खुद कोर्सो से गायब कर रखा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Book ठहरती नही विद्या विद्यार्थियों में