अकेले बैठ कर जब भी मैं तुमको याद करता हूं हाँ तुमको याद करता हूं मैं रोना मुस्कुराना काम दोनों साथ करता हूं यहीं कुर्सी पे बैठे संग तुम्हारे घूम लेता हूं तुम्हारा नाम सुनकर मैं नशे में झूम लेता हूं मैं अपने गीत ग़ज़लें सब तुम्हारे नाम करता हूं तेरे ही नाम करता हूं मैं रोना मुस्कुराना काम दोनों साथ करता हूं ©AmmuAP #delicate #Love #shayri #writer #pagal_writer #Love #love4life #life4Love