World Poetry Day 21 March कविता लिखना ऐसा है जैसे तुम्हारी ही तलाश में निकलना और इस बात से डरना भी कि कहीं तुम मिल न जाओ ये तलाश खत्म न हो जाये ! ख़ाक #love #worldpoetryday