रिश्तेदार भी टेलीफ़ोन बूथ हो गए है, सिक्के डालो तो बात करते है, ना डालो तो रूठ जाते है... रिश्तेदार रिश्तेदार भी टेलीफ़ोन बूथ हो गए है, सिक्के डालो तो बात करते है, ना डालो तो रूठ जाते है...