रौशन खिड़की अंधकार को दूर है करती मन का तम क्षण में हर लेती स्याह रात है जिसका आगोश़ भ्रम आशंका का रहे प्रकोप क्षण में मिटे हरे सब पीडा़ रौशन खिड़की से जब दिखे सुबेरा ।। ©isha rajput #रौशन खिड़की #सुप्रभात #thought #Morning #thoughtoftheday #Nojoto #nojotoenglish #Loneliness VAniya writer * Rajeev Bhardwaj लेखक