मैं तुझे छोड़ सकता नहीं तू हैं मेरी आदतों की तरह ख़ामोशी से कोई पुकार रहा है मुझे न जाने किसकी हैं ये सदा इत्र में दूबी सी है खुशबू यकीनन तुझे छु कर आ रही है ये फ़िज़ा #tourdelhi