प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्ति की ओर कुछ कदम, यूं हाथ पे हाथ रखकर मूकदर्शक कब तक बने रहेंगे हम ?? पतले प्लास्टिक के कूड़े से दुनिया अतिशय दुःखी है । कुड़ा कम करने की कोशिशों में ध्यान नहीं है ।। रोज़मर्रा में हम धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे । पर्यावरण के साथ जीवमात्र से भी खिलवाड़ कर रहे ।। दिनचर्या में परिवर्तन कर हम इस पे काम शुरु तो करें । ये तो नालायकी कि हम दिखती हुई मक्खी निकले ।। प्लास्टिक की टोकरी में ला रहे अब हम फल सब्जियां । घर से बोतल में पेयजल ले जाना दशक पूर्व शुरू किया ।। ताजा मीठा नमकीन भी घर के डिब्बों ले आने लगे । पैक्ड बासी खाद्यान्न से आरोग्य व प्रदूषण दोनों बचाने लगे ।। दूध थैली के पर्याय भी ढूंढ़ना चाहिये । हरेक ने प्रदूषण निजात पे विचार-अमल करना चाहिये ।। अनवरत... आवेश हिंदुस्तानी 8.03.2022 ©Ashok Mangal #environment #AaveshVaani #plasticpollution