शीशे को ख़बर नहीं,जाम पर क्या गुज़र गई तलब उठी थी बार-बार,मय कभी छुई नहीं सजदों की ये बात नहीं,किरदार की ये बात है रूप है तेरा सरपरस्त,शायरी मेरा मिज़ाज है... © abhishek trehan #रूह#शामिल#होठों #मुस्कुराता #yqbaba#yqdidi #collabcommunity✍️✍️ #YourQuoteAndMine Collaborating with Roopali Trehan