कुछ कऱोड तुमसे हमें बातें करनी है, बार बार हमसे यूँ रूठ ना जाया करो; माना वादे ज़ुबाँ ने नहीं आँखों ने किये थे, हम निभा रहे हैं तो तुम भी तो निभाया करो। कभी तो याद कर लिया करो।