खुली आंखों से दिखा एक ख़्वाब सा हो गया हूं इश्क में तेरे खाली बोतल शराब सा हो गया हूं ना छांव है ना धूप है ना बूंद है तेरे प्यार की कांटों से लिपटा मुरझाए गुलाब सा हो गया हूं ©Aparichit Kavi मुरझाया गुलाब 🌹 #अपरिचित_कवि #Rose Ajay verman Praveen Jain "पल्लव"