"इन आँखों में..." इन आँखों में... उम्मीद लिए बैठी हूँ कब आओगे तुम??? एक प्रश्न लिए बैठी हूँ....! तकती रहती हैं राह तुम्हारी सोती नहीं "रतजगा" करती हैं शून्य में घूरती रहती हैं ये बसे हो "सिर्फ तुम" इन आँखों में...! पाषाण हो चलीं हैं निस्तेज हो चुकी हैं रोकर थक चुकी हैं कब आओगे तुम??? बस यही प्र१न मेरी इन आँखों में....! Muनेश..Meरी✍️ इन आँखों में... #आँखोंमें #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi