White तुम्हें चापलूसी मिली, हमें मायूसी मिली। तुम्हारी कला के कदरदान सौ, अपनी कलई खुली, अपनी कलई खुली। तुम्हारे लिए वो हुनर न,फितरत, हरकत जग को भली, हरकत जग को भली। हिमाकत नहीं, हरकत कह दूं मैं, दुनिया फिर बावली, हमें मायूसी मिली। ©BANDHETIYA OFFICIAL #Thinking #चापलूसी तेरी! शायरी खूबसूरत दो लाइन शायरी शायरी दर्द शेरो शायरी दोस्त शायरी gaTTubaba udass Afzal khan