तौबा, तिरे मौसमी तज़ब्ज़ुब, मांग मोहलत, जाॅंच की खातिर बने मोहरा, बहाना तकल्लुफ़-ए-नफ़ीसी, ज़र्द ग़फ़लत, क़फ़स में तड़पते मिरे अरमां! असमंजस और अरमानों की क़ैद __________________________ तौबा, तिरे मौसमी तज़ब्ज़ुब, मांग मोहलत, जाॅंच की खातिर बने मोहरा, बहाना तकल्लुफ-ए-नफ़ीसी, ज़र्द गफलत, क़फ़स में तड़पते मिरे अरमां! Shree A journey of thoughts