Nojoto: Largest Storytelling Platform

'भूख' ही तो है 'राही' जिससे यह 'दुनिया' चल रही है,

'भूख' ही तो है 'राही' जिससे यह 'दुनिया' चल रही है,
वरना हमारा भी कोई 'वजूद-ए-निशान' तक न होता। "भूख की वजह से यह संसार चलायमान है।"
'भूख' ही तो है 'राही' जिससे यह 'दुनिया' चल रही है,
वरना हमारा भी कोई 'वजूद-ए-निशान' तक न होता। "भूख की वजह से यह संसार चलायमान है।"

"भूख की वजह से यह संसार चलायमान है।"