चलो इस सुबह को भी रात करते हैं अंधेरे में खुद से मुलाक़ात करते हैं कुछ सपनें मेरे है ....शायद कुछ तुम भी बुनते हो आओ फिर खुली आंखों से उनसे भी बात करते हैं ©Manak Suthar ख्वाहिशें नहीं सोती 🤔