मनुष्य का अमूल्य धन उसका व्यवहार है इस धन से बड़कर संसार में कोई और धन नहीं पैसा आता है चला जाता है पैसा आपके हाँथ में नहीं है पर व्यवहार आपके हांथों में हैं । ©harshit व्यवहारकुशल बने रहे