कल मैं भी इन वादियो में खो जाऊँगा, अपनी मिट्टी में मर के दफन हो जाऊँगा। मेरे महबूब गर इस जनम मिलना न हुआ नसीब , मेरा वादा है अगले जनम मिलने तुमसे तेरे शहर आऊँगा। ©sudheer sitapuri एक पन्ना जिंदगी का