उड़ जाता आसमान में एक परिंदा बनकर रोशनी बिखेरता चमकता सूरज बनकर यू हरियाली कर देता इस जहां को जैसे पवन का ठंडा हवा झोंका बनकर। आगे बढ़ता और बढ़ता चला जाता मंजिल के बहुत पास पहुंच जाता ना रुकते मेरे कदम मेहनत से अपने मंजिल को खुसिओ से पा जाता। #motivation# Ankur Mishra #ek kadam manjil ki or...