ख़ुश्क सी तेरी बोली में क्या परवाह अब भी छुपी है, लापरवाह तेरे मिज़ाज में क्या मोहब्बत अब भी पलती है ? बताओ ना? चुप क्यों हो? क्या तुम्हारे दिल का कमरा अब भी सिर्फ़ मेरा है? #लापरवाह_मिज़ाज #मोहब्बत #yqdidi #yqbaba #366days366quotes #writingresolution #drglove 27/366