Tum se ek shikayat hai ईमान बेचता हू, खरीदार नहीं मिलता सुना है, ईमान की डिमांड सप्लाई इक्वेशन मे बढी गढ़बरी हो गयी हैं ईमान खरीदने वाले तो उतने ही हैं जितने पहले थे ईमान बेचने वालों की संख्या बढ़ गयी हैं ईमान बेचने वालों की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ गयी हैं ईमान