#OpenPoetry पुरानी उन गलियों मे आज सैर लगा आया बिछडा बच्चपन मानो मै गले लगा आया कहानीयाँ उसके माहोल मे आज भी वही थी जो बच्चपन मे हमने कभी आपस मे कही थी उसके आँचल मे अपने सारे गम छोड आया खर्ची थी जो खुशियाँ उससे फिर उधार ले आया #childhood