मौसम ने ली है आज अंगडाई, या मेरे महबूब ने है गीत गाई। ये सूरज की है लालिमा छाई, या मेरे महबूब ने ही किरणें बिछाई। ये कंवल पर है ओस छाई, या मेरे महबूब ने है रस छलकाई।। #दिल #प्यार #महबूबा