Nojoto: Largest Storytelling Platform

रावण क्यों जलाते है । हर वर्ष हम रावण जलाते है । औ

रावण क्यों जलाते है ।
हर वर्ष हम रावण जलाते है ।
और हम सभी दशहरा मनाते है ।
हर वर्ष रावण हो जाता है जिंदा ,
दशानन के दस सिर हो जाते है प्रकट
मुझे तो अब तक यही समझ आया
जब तक ना मारेंगे हम अहम , अहंकार,
द्वेष , काम , क्रोध ,मध, लोभ , आपस में लड़ाई ,
 मनमुटाव और निर्दयता को तब तक रावण जलता रहेगा ।
अगर करना है खत्म रावण को
अपने अंदर की बुराई मिटाओ
करो प्रेम आपस में , सद्भाव की पाठ सिखाओ
खुश रहो हमेशा जीवन में
भाईचारे की महक फैलाओ
करो परोपकार , दूसरो को तरक्की में
सहयोग करो उसे आगे बढ़ाओ
बहुत आनंद और शांति मिलेगी
दशहरा का असली अर्थ समझ आयेगा ।
भगवान राम के आदर्शो पर चलकर
हमारा देश आगे बढ़ता जायेगा ।
पवन कुमार शर्मा
कवि कौटिल्य

©Kavi Pawan Kumar Sharma kautliya
  #dashhara