वैसे तो हर चीज से वाकिफ हो तुम पर.....फिर भी बताना है तुम्हें उन जस्बातो के बारे में जो हर पल तुमहारे लिए पनपते रहते है ........वो नए नए खूबसूरत जसबात........................... ये जो तुम से जो प्यार का बंधन है इस से ज्यादा आजाद मैंने ख़ुद को कभी नहीं महसूस किया...... तुमने मुझ में कुछ नही बदला..... फिर भी मैं तुम से मिलकर ख़ुद को नया सा महसूस करता हूँ..... ये जो हमारी दूरी है, ये तुम से रोज और भी टूट के मोहब्बत करने की वजह दे रही है ................... तुम्हे पता है सारा दिन तू मेरे ख़यालो में रहती है.........और हर चेहरे में तुझे ढूंढता हुन........... हर रात जब में खुद में लौटता हुन , तो तुझे बहुत याद करता हूँ ,और तब ही मैं महसूस करता हूँ की कितनी मोहबत है तुम से की तुम्हारी दी गई आजादी तुझ से मुझे औऱ बांधती जाती है और जब रात ओर गहरी होती जाती है तो हर रोज़ ये अहसास होता है , के मैं सिर्फ तुमारा हुन....और किसी का हो ही नही सकता , और ये अहसास बहुत खूबसूरत होता है.....बहुत खूबसूरत जाने कितने ही जस्बात है जो तुझे बता नही पाता, जाता नही पाता , पर हमेशा कोशिस करता रहूंगा, और करता रहूंगा............. वैसे तो ये ...लफ़्ज़ भी कम से लगते है मेरे जस्बातो के लिए ..... वैसे तो तुम सब से वाकिफ हो......