शहर की खूबसूरती अब खो सी गयी है। वो थिरकती,बहकती जवानी शायद उम्रदराज अब हो ही गयी है।। शहर की खूबसूरती..... वो यूँही बदमस्त इश्क़,वो यूँही आवारगी की यारी। वो यूँही थरथराती हवाएं, वो यूँही बहकती शाम की उधारी। वो यूँही तेरे दीदार का सबब,वो यूँही तेरी लबों की फिजाएँ अब मोहताज जिंदगी की हो सी गयी है। शहर की खूबसूरती कहीं खो सी गयी है।। उमड़ते सैलाब बिना किसी रिवायत के। उछलते पैगाम बिना किसी इनायत के। छलकते जाम बिना किसी किफायत के। खिलखिलाते चेहरे बिना किसी शिकायत के। वो झुंझलाती सर्द हवाएं लगता है बात किसी रोज की हो गयी है।। शहर की खूबसूरती कहीं खो सी गयी है।। रुख पकड़ चुकी है तेरी चकाचौंध में जिंदगी। मासूमियत जकड़ चुकी है तेरी चकाचौंध में जिंदगी। रहगुज़र अब अकड़ चुकी है तेरी चकाचौंध में ज़िन्दगी। "मीत" कहीं तुझसे भी मुकर तो नहीं चुकी है चकाचौंध में ज़िन्दगी।। वो बन्द यादें लगता है अब कैद किसी लिफाफे में हो ही गयी है।। शहर की खूबसूरती कहीं खो सी गयी है। शहर की खूबसूरती कहीं खो सी गयी है..... #शायरी #उर्दू #शहर #अकेलापन #दर्द #poetry #city #nights #walks #pain #urdu #words #wordoftheday #wordsgram #keeping #Poet #dreams