बहूत कमियां है मूझमे अभी,, लोगो को पढ पाना,अभी सीख नही पायी हूं, लोग दिल मे धोखा लिये,होठो से मीठी बाते करते है, ये कलाबाज़ी अबतक सीख न पायी हूं, 🕉#nojoto #openpoetry