a-person-standing-on-a-beach-at-sunset कमलेश नयी है,सागर की हर लहर कुछ ऐसे ही है हर प्राणी का सफर। पुराने को जाना ही होगा, समझ लो चंद दिनों की है, यहाँ की गुजर बसर। दो शरीरों के मिलन से, बनी नयी जिंदगी इसमें करना किस बात का फकर। सूरज के दम से, सबकुछ रोशन है यहाँ बगैर रोशनी के कुछ आता नहीं नजर ©Kamlesh Kandpal #Sea