एक वक़्त था मन किया वह सब कर लिया वही करना चाहिए यह मैं समझता था, धीरे-धीरे वक़्त बदला और मन कहे वह सब कुछ नहीं कर सकता यह समझने लगा, वक़्त एक आया कि मन कहे जो भी वह सब अनसुना होने लगा क्योंकि मैं काफी समझदार हो चुका, और फिर अब एक वक़्त आया कि मन किया वह कर सकते हैं कभी कबार यह मैं खुद को समझाने लगा। 🧡📙📙🧡 #time #change #growingup #learnunlearn #beinghuman #napowrimo #napowrimo2022bygrishma #grishmapoems