#FourLinePoetry बंजर जमीं में जैसे फसल नही होती, खंडहर में कभी चहल-पहल नहीं होती। गुजरा जमाना दिल में आबाद ऱखना, यादों बिन दिल में हलचल नही होती।। ©Diwan G #fourlinepoetry #माहर_हिंदीशायर #हलचल #खंडहर