ए साल भी क्या सबक सीखा गया आपनो के चहरे भी सामने आया और पराये के अपनापन भी मिल गया , सबके साजिश भी पर्दाफाश हो गया कुछ ने मुझे बहुत नीचे गिराया , और कुछ ने मुझे हमेशा के तरह हाथ पकड़ के उस नीचे से ऊपर उठाया , कुछ पुराने रिश्ते छुडे तो वही कुछ नए रिश्ते भी बन गये , जो भी हो साल के अंत भी बड़े ही यादगार रहे गया दिल को सुकून मिला दोस्तों के दोस्ती भी मिसाल बन गया , मेरे सारे खुशियाँ मुझे वापस मिल गया और जिंदगी जीने को नये प्रेरणा भी मिल गया ए 2019 तुम्हे सत् सत् प्रणाम तुम्हारे दिये हुए शिक्षा ने मुझे फिर से एक नया जीवन दिया । _ संध्याराणी दास #जीवनरंग #