दहर ए ज़िंदगी का ग़मों से राब्ता कुछ यूँ होता है जैसे सहर के बाद कज़ा का आना लाज़मी होता है । ज़िन्दगी का गणित भी कुछ ऐसा ही होता है शून्य से शुरू हो कर शून्य में विलीन हो जाता है..!! #AnitaSainiAS #yqbaba #yqbhaijan #yqdidi #yqtales #yqquotes #yqurdu #nationalmathematicsday